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बिहार हिंसा के कारण स्कूल और कॉलेज सभी हुए बंद

बिहार हिंसा के कारण स्कूल और कॉलेज सभी हुए बंद

बिहार में रामनवमी के दिन से शुरू हुई हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है | 30 मार्च गुरूवार को बिहार के सासाराम और नालंदा जैसे बड़े शहरो में कई दिनों से हिंसा की आग लगातार सुलग रही है इस हिंसा में लोग फायरिंग , पथ्थार्बजी ,आगजनी और बम फोड़े रहे हैं बिहार के बिहारशरीफ , सासाराम और नालन्दा शहरो में धारा 144 लगा दिया गया है इस धारा के लागु होने पर police यदि प्रभावी क्षेत्र में कहीं पर भीड़ देखती है तो तुरंत उन्हें गिरफ्तार कर लेगी | इसे के चलते सभी जगह स्कूल और कॉलेज बंद कर दिया गया है |

पश्चिम बंगाल में भी हिंसा बरक़रार

बिहार के साथ साथ पश्चिम बंगाल में भी रामनवमी के दिन शाम को जुलूस निकला जा रहा था ,तभी हावड़ा और उसके बाद इस्लामपुर में भी हिंसा की लपट थाम ली पश्चिम बंगाल के हावड़ा के शिबपुर शहर में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद हिंसा हो गयी जिसके चलते कई लोगो को काफी चोट लगने से घायल हो गए और कुछ लोगो की मृत्यु भी हो गयी कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया इस हिंसा में दोनों समुदायों के बीच पत्थरबाजी और फायरिंग भी हुई | सभी शहरो में इन्टरनेट सेवाए बंद कर दी है और प्रभावी इलाके में प्रशासन ने धारा 144 लागु कर दी है|

बिहार पुलिस के अत्याचार से लोग परेशान

बिहार Police के आत्याचार को मीडिया रिपोर्टर के द्वारा जब सासाराम और नालंदा के लोगो से पुछा गया तो पता चला की police बिना किसी के परमिशन के लोगो के घरो में घुश कर लाठीचार्ज कर रही है और उन्हें जबरन बिना गुनाह को उठा ले रही है जिसके कारण लोगो में लगातार दहसत बनी हुई है | एक महीला से पूछा गया तो उन्होंने बताया की देर शाम उनके घर में उनके दामाद और उनकी एक बेटी और एक बेटा जो की नाबालिक है थे police बिना परमिशन लिए उनके घर में घुश कर उनके दामाद को गिरफ्तार कर लेती है और उन्हें मारती भी है |

बिहार में हिंसा कि शुरुआत कैसे हुई

बिहार में मुख्य रूप से सासाराम में 30 मार्च दिन गुरुवार को रामनवमी की शुभयात्रा निकाली जा रही थी तभी दो लडको के बीच कहासुनी हुई और यह धीरे धीरे हिंसा में तब्दील हो गई इसी के चलते लोगो ने पत्थर बाजी करना शुरू कर दिया | यह मामला बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल ,और गुजरात तक फ़ैल गई है

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